Monday, January 10, 2011

एक दिया


एक दिया

इस बार जब

दीवाली के दिए जलाएं

तो एक दिया

उनके नाम का भी जलाना

जो हाथों में मशालें पकड़

काफिलों के आगे हो चले !

हक्क और सच की जीत की खातिर

हकूमतों से लड़े

और आने वाली पीडिओं का

रास्ता सवांरने के लिए

सूलिओं पे चड़े !

एक दिया उनके नाम का भी जलाना

जिनकी कुर्बनिओं की

कभी भी किसी ने भी चर्चा न की

जिनके परिवार वालों ने

उनकी दी कुर्बनिओं की खातिर

ज़ुल्म सहे

और खुद्कशियां कीं !

इस दीवाली

उनके नाम का बस

एक दिया जला देना

बस एक दिया !

--

No comments:

Post a Comment